जबलपुर तक ट्रेन के पहियों के बीच 290 किमी का सफर तय करने का युवक का दावा, रेलवे ने कहा – ये असंभव है

जबलपुर, मध्य प्रदेश: एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक युवक ने दावा किया कि उसने ट्रेन के पहियों के बीच बैठकर 290 किलोमीटर का सफर तय किया। युवक का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें वह ट्रेन के पहियों के बीच से निकलता हुआ दिखाई दे रहा है। यह वीडियो इटारसी और जबलपुर के बीच चलने वाली दानापुर एक्सप्रेस ट्रेन का बताया जा रहा है।

युवक का दावा: पैसे नहीं थे, इसलिए ट्रेन के पहियों के नीचे बैठा

जबलपुर – वीडियो में युवक को ट्रेन के पहियों के नीचे छिपकर यात्रा करते हुए देखा गया है। युवक ने दावा किया कि उसके पास ट्रेन का टिकट खरीदने के लिए पैसे नहीं थे, इसलिए उसने ट्रेन के पहियों के बीच बैठकर यात्रा करने का साहसिक कदम उठाया। वीडियो में युवक ट्रेन के पहियों के बीच से निकलते हुए दिखता है और फिर वह खड़ा होकर अपनी सफर की कहानी बताता है।

रेलवे का जवाब: यह दावा असंभव

रेलवे ने युवक के इस दावे को पूरी तरह से नकारा है और कहा है कि यह असंभव है। रेलवे के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि ट्रेन के पहियों के सेट लगातार घूमते रहते हैं, जिससे किसी के लिए भी उनके बीच बैठना नामुमकिन है। रेलवे ने युवक के मानसिक स्वास्थ्य पर भी सवाल उठाए, यह कहते हुए कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और उसके द्वारा किया गया दावा झूठा है।

जबलपुर रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने इस मामले की जांच की और युवक को हिरासत में लिया। युवक से पूछताछ के बाद यह सामने आया कि उसके पास टिकट के लिए पैसे नहीं थे, और इस कारण उसने यह कदम उठाया। रेलवे ने युवक की मानसिक स्थिति पर भी चिंता जताई, क्योंकि उसके व्यवहार से यह प्रतीत होता है कि वह मानसिक रूप से विक्षिप्त हो सकता है।

जबलपुर – वीडियो में क्या था खास?

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे 54 सेकंड के वीडियो में युवक को ट्रेन के पहियों के बीच से निकलते हुए देखा जा सकता है। इसके बाद वह कुछ देर बाहर खड़ा रहता है और फिर अपनी यात्रा के बारे में जानकारी देता है। इस वीडियो के बाद रेलवे को सूचित किया गया, और रेलवे कर्मचारियों ने युवक को पकड़ने के लिए तुरंत RPF को सूचित किया।

रेलवे का बयान

रेलवे ने इस घटना के बारे में कहा, “यह दावा पूरी तरह से निराधार है। व्हील एक्सल पर बैठने वाला व्यक्ति मानसिक रूप से विक्षिप्त है, और यह दावा कि उसने 250 किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा पूरी की, पूरी तरह से असंभव है। ट्रेन के पहियों के सेट लगातार घूमते रहते हैं, जिससे किसी का भी वहां बैठना संभव नहीं है।”

रफ्तार के साथ यात्रा, लेकिन सुरक्षा की चेतावनी

युवक का यह साहसिक दावा कई सवाल उठाता है। हालांकि रेलवे ने इसे पूरी तरह से खारिज किया है, यह घटना सुरक्षा की दृष्टि से चिंताजनक है। रेलवे सुरक्षा बल ने इस मामले में उचित कार्रवाई की है और भविष्य में ऐसे खतरनाक कदमों से बचने की चेतावनी दी है।

इस घटना से यह भी स्पष्ट होता है कि बिना टिकट यात्रा करने की कोशिश करना न केवल अवैध है, बल्कि यह खतरनाक भी हो सकता है। रेलवे ने यात्रियों को सावधानी बरतने की सलाह दी है और साथ ही यह भी कहा है कि ऐसे प्रयासों से जीवन को खतरा हो सकता है।

निष्कर्ष:

वायरल वीडियो में युवक का दावा भले ही चौंकाने वाला हो, लेकिन रेलवे ने इसे असंभव बताया है। यह मामला यह भी दर्शाता है कि बिना टिकट यात्रा करने के प्रयास खतरनाक हो सकते हैं और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।

Leave a Comment